काम करने वालों को मिलता है ऐसा मौका

Posted On:- 2025-10-08




हर क्षेत्र में बेहतर काम करने वालों को जनता पसंद करती है, उन पर गर्व करती है,उन पर भरोसा करती है, उनको बार बार सेवा व काम करने का मौका देती है।राजनीति में ऐसे बहुत कम नेता हुए हैं जिनकों जनता ने बार बार लंबे समय तक देश व जनता की सेवा करने का मौका दिया है। ऐसे नेता संख्या में कम होते हैं लेकिन होते है बाकी नेताओं के लिए मिसाल की तरह। ऐसे नेताओं में कई ऐसे सीएम हुए हैं जिनको जनता ने लंबे समय तक किसी प्रदेश व जनता की सेवा की सेवा करने का मौका दिया है। ऐसे नेताओं में सिक्किम के सीएम पहले नंबर पर है,वह २४ साल तक सिक्किम के सीएम रहे। दूसरे हैं ज्योति बसु वह पं. बंगाल के सीएम २३ साल तक रहे।तीसरे गेगांग अपांग वह १९ साल अरुणाचल के सीएम रहे।चौथे हैं माणिक सरकार वह १९ साल तक त्रिपुरा के सीएम रहे। पांचवें हैं नवीन पटनायक वह १९ साल तक ओडिशा के सीएम रहे। छठे मोहन लाल सुखाडिया वह १७ साल तक राजस्थान के सीएम रहे। हमारे छग में रमन सिह १५ साल तक सीएम रहे।

ज्यादा समय तक सत्ता शिखर पर रहने वालों में पीएम नरेंद्र मोदी का एक अलग ही स्थान है क्योंकि वह अकेेले ऐसे नेता हैं जो निरंतर २४ साल से सत्ता शिखर पर हैं और अब उनका २५ साल शुरू हो गया है। वह बेदाग है, ईमानदार हैं, जितने ईमानदार सीएम रहने पर थे, उतने ही ईमानदार पीएम रहने पर भी है। आज के दौर मे जब कोई एक मंत्री बनता है तो वह अपने लिए, परिवार के लिए और पार्टी के लिए पैसा बनाने का लोभ छोड़ नहीं पाता है।ऐसे लोग खुद मौका मिलता है तो भ्रष्ट हो जाते हैं और दोष सत्ता को देते हैं कि सत्ता लोगों को भ्रष्ट कर देती है। सत्ता ईमानदार आदमी को भ्रष्ट कर देती है, ऐसे लोग यह तो नहीं कह सकते कि हमको भ्रष्ट होने का मौका मिला तो हम भ्रष्ट हो गए। पैसा कमाना का मौका मिला तो पैसा कमा लिया। बहती गंगा में हाथ धोने का मौका मिला हाथ धो लिया।

पीएम मोदी देश के सत्ता शिखर पर लंबे समय तक रहने वालों में सबसे अलग इसलिए हैं कि वह सीएम लंबे सयम तक रहे उसके बाद दस साल से पीएम हैं और तीसरी बार पीएम बने हैं यानी अगले पांच साल पीएम रहेंगे। दूसरे नेता जहां सीएम रहे वहीं पीएम मोदी सीएम रहने के बाद पीएम भी हैं। कई बार ऐसा होता है कि आदमी को छोटे पद से बड़ा पद मिलता है तो वह खुद को पद के योग्य साबित नहीं कर पाता है, पीेेएम मोदी इस मामले में इसलिए अनोखे हैं कि सीएम के रूप  मे उन्होंने गुजरात को विकसित राज्य बनाया तो पीएम के रूप में वह देश को विकसित देश बनाने के लिए दस साल से काम कर रहे हैं। लोग मानते हैं कि उन्होंने गुजरात का विकास करके दिखाया है तो देश काे विकास भी वह करके दिखाएंगे। आने वाले समय में जब देश विकसित देश बनेगा तो जनता इसका श्रेय पीएम मोदी को भी देगी।

आरएसएस ने अपने जन्म समय से जनसंघ को कांग्रेस का विकल्प बनाने का सपना देखा लेकिन आरएसएस जनसंघ को कभी कांग्रेस का विकल्प नहीं बना सका। १९८० में भाजपा का गठन होने के बाद उसने भाजपा को कांग्रेस का विकल्प बनाने का सपना देखा लेकिन भाजपा में ऐसे नेता तो थे जो दूसरे दलों के सहयोग से सरकार बना सकते थे लेकिन ऐसा कोई नेता नहीं था जो भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बना सके। भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार ही सही मायने में जनता के लिए कांग्रेस का मजबूत विकल्प हो सकती थी। आरएसएस का यह सपना पीएम मोदी ने पूरा किया। ऐसे लोग बहुत कम होते हैं जो अपने मातृ संगठन का सपना पूरा करने वाले होते हैं। पीएम मोदी ऐसे ही नेता है, उन्होंने २०१४ में पहली बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाकर आरएसएस का सपना पूरा किया। इसके बाद पांच साल अच्छा काम किया तो जनता ने उसे और भी बड़ा बहुमत दिया और बाकी दलों को संदेश दिया कि वह देश व जनता के लिए काम करनेवाले नेता पर ही भरोसा करती है।

पीेएम मोदी इस साल ७५ साल के हो गए हैं। वह आज भी शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ है, फिर भी कुछ लोग जो पीएम मोदी के रहते चुनाव नहीं जीत पा रहे हैं।वह सोचते थे कि ७५ साल के होने पर संघ मोदी को रिटायर कर देगा। लेकिन उनको बहुत निराशा हुई है क्योंकि संघ के सरसंघ चालक ने तो साफ कर दिया है कि वह न तो ७५ का होने पर खुद रिटायर हो रहे हैं और न ही किसी को रिटायर होने के लिए कहने वाले हैं। पीएम मोदी चाहे सीएम रहे हो वह एक भी चुनाव न तो खुद हारे हैं न ही पार्टी हारी है। इसी तरह वह जब से पीएम हैं वह न तो खुद चुनाव हारे हैं और न भाजपा लोकसभा का चुनाव हारी है। वह दूसरे नेताओं से बहुत अलग इसलिए भी हैं कि वह ईमानदार हैं, वह कभी छुट्टी नहीं लेते हैं, देश व जनता के लिए निरंतर काम करते हैं,इसलिए जनता उन पर भरोसा करती है और चुनाव मे जिताती भी हैंं। वह अपराजेय है तो इसीलिए कि वह दूसरे नेताओं की तरह नहीं है, वह दूसरे नेताओं से अलग है। इसीलिए यह उम्मीद की जा सकती है कि वह सत्ता शिखर में रहने का नया रिकार्ड बनाएंगे। सचिन तेंदुलकर को देश के लोग उनके खेल के कारण ग़़ॉड आफ क्रिकेट कहते है तो पीएम मोदी ने राजनीति के खेल में ऐसा खेल खेला है कि आने वाले दिनों में लोग गॉड आफ पालिटिक्स कहें तो आश्चर्य नहीं होगा।



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